वर्ष 2020 का प्रथम बच्चा फिजी में , भारत में पैदा हुए सबसे ज्यादा बच्चे

न्यूयॉर्क. . वर्ष 2020 के पहले बच्चे का जन्म फिजी में हुआ. जबकि इस दिन सबसे अधिक बच्चे भारत में पैदा हुए है। बच्चों के कल्याण के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ के मुताबिक, वर्ष 2020 की पहली तारीख को पूरी दुनिया में 3,86,000 बच्चों का जन्म हुआ. इसमें भारत में सबसे ज्यादा 69,000 बच्चों का जन्म हुआ. चीन दूसरे स्थान पर रहा. यहां 44,760 बच्चे पैदा हुए. यूनिसेफ के आंकड़ों के मुताबिक, नाइजीरिया में 20,210, पाकिस्तान में 14,910, इंडोनेशिया में 13,370, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में 11,280, कांगो में 9,400, इथियोपिया में 9,020 और बांग्लादेश में 8,370 बच्चों का जन्म हुआ.

फिजी में पैदा हुए वर्ष 2020 के पहले बच्चे का नाम मितीली डिजिताकी है. लाइसानी राईसिली ने फिजी के सुवा स्थित एक अस्पताल में मंगलवार की रात 12:10 बजे इस बच्चे को जन्म दिया. मितीली डिजिताकी का वजन 2.9 किलोग्राम है. इसी दिन भारत में सबसे ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ.

यूनिसेफ ने एक प्रेस रिलीज में बताया है कि वर्ष 2016 में साल के हर दिन पहले 24 घंटों के भीतर अनुमानित 2,600 बच्चों की मौत हुई. लगभग 20 लाख नवजात शिशुओं के लिए उनका पहला सप्ताह ही उनका आखिरी था. इन शिशुओं की मौत के पीछे सेप्सिस और न्यूमोनिया जैसी बीमारियों को वजह बताया गया है. यूनिसेफ का दावा है कि इन मौतों की रोकथाम के लिए कई प्रयास किये जा रहे हैं. यह भी बताया गया है कि पिछले तीन साल में शिशु मृत्यु दर में काफी गिरावट दर्ज की गयी है.

यूनिसेफ ने कहा है कि भारत में 69 हजार बच्चे हर दिन पैदा होते हैं. जन्म का पहला दिन मां और बच्चे दोनों के लिए जोखिम भरा होता है, क्योंकि इसी दिन आधी मृत्यु दर दर्ज की जाती है जबकि 40 फीसदी बच्चों की मौत जन्म के दिन ही हो जाती है. भारत में हर साल लगभग 50 लाख बच्चों का जन्म घर में ही होता है. बच्चों की मौत रोकने के लिए जरूरी है माताओं को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएं. दिलचस्प बात ये भी है कि भारत में कुछ स्थानों से ऐसी भी सूचना थी कि नव वर्ष होते ही कुछ जोड़ों ने ऑपरेशन के द्वारा भी बच्चों को जन्म दिलाया। ये वो माएं थी , जिनके बच्चे पूरे वक्त पर थे।