नयी दिल्ली, 29 फरवरी ( पी 2 पी ) .1 अप्रैल 2020 से आम आदमी की जेब पर महंगे पेट्रोल और डीज़ल का बोझ पड़ सकता है. इंडियन ऑयल कार्पोरेशन यानी आईओसी ने इसके संकेत दिए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, आईओसी 1 अप्रैल 2020 से लो एमिशन बीएस-VI फ्यूल्स की आपूर्ति के लिए तैयार है और इस कारण कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है.
आईओसी के चेयरनमैन संजीव सिंह के अनुसार, देश की सबसे बड़ी ऑयल सप्लायर कंपनी ने लो सल्फर पेट्रोल और डीजल बनाने के लिए अपनी रिफायनरी पर करीब Rs 17,000 करोड़ खर्च किए हैं. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि Petrol और Diesel पर प्रति लीटर कितने दाम बढ़ेंगे.
बता दें, सरकार ने सरकारी तेल कंपनियों को अपग्रेड करने के लिए 3500 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जिनमें से 1700 करोड़ अकेले आईओसी फर खर्च हुए हैं. संजीव सिंह का कहना है कि बहुत अंतर नहीं आएगा और Petrol और Diesel की कीमत में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है. उनके मुताबिक, 1 अप्रैल से पूरा देश नए ईंधन पर दौड़ेगा.
अभी जो Petrol और Diesel दिया जा रहा है, उसमें 50 पीपीएम यानी पार्ट्स् प्रति मिलियन सल्फर है. नए ईंधन में सल्फर की यह मात्रा घटकर 10 पीपीएम रह जाएगी. हालांकि संजीव सिंह ने यह भरोसा भी दिलाया है कि इसका बहुत ज्यादा बोझ ग्राहकों पर नहीं डाला जाएगा.
संजीव सिंह के अनुसार, कई देशों ने अपने यहां फ्यूल को अपग्रेड किया है और सभी का मकसद प्रदूषण पर लगाम कसना है. कई देशों में इसके लिए भारी कीमत वसूली जा रही है, लेकिन भारत में ऐसा नहीं होगा. आईओसी इस निवेश को रिटर्न ऑन इनवेस्टमेंट के रूप में नहीं देख रही है.