पुणे, 2 जनवरी ( पी 2 पी ): भूमि खरीद -बेच के मामले में पुणे की अदालत ने धर्मेंद्र , हेमा मालिनी और उनके पूरे परिवार को इसी 10 जनवरी को अदालत में हाज़िर रहने को कहा है। धमेंद्र-हेमामालिनी परिवार पर राज्य सभा संसद संजय काकड़े से 185 एकड़ भूमि की राशि ले लेने परन्तु रजिस्ट्रेशन ना करवाने का आरोप है। जमीन कई करोड़ों रूपए की है।
. राज्यसभा में सांसद संजय काकड़े ने भूमि विवाद को लेकर पुणे कोर्ट का दर खटखटाया है. काकड़े ने धर्मेंद्र, अभिनेत्री हेमा मालिनी, अभिनेता सांसद सनी देओल, अभिनेता बॉबी देओल, अभिनेत्री ईशा देओल, उषा अजीतसिंह देओल, अहाना देओल, प्रकाश देओल, विजयसिंह देओल और अजितसिंह देओल के खिलाफ दायर याचिका में कहा है कि धर्मेंद और उनके परिवार के साथ काकड़े की 185 एकड़ जमीन को लेकर डील हुई थी. इस जमीन पर दोनों मिल कर जे डब्लू मेरियट रिसोर्ट और बंगलों की स्कीम बनाने वाले थे. धर्मेंद्र के परिवार को तय लेनदेन के पैसे दे दिए जाने के बावजूद रजिस्ट्रेशन करने में वे लोग आनाकानी कर रहे थे.
जिसके कारण काकड़े ने यह मामला दायर किया. लोणावला के पुणे- मुंबई हाईवे के पास एक स्थित एक जमीन को लेकर हुई 31 मई 2018 को हुई डील के तहत धमेंद्र की 215 एकड़ जमीन में से 25 एकड़ में देओल परिवार के बंगले और आसपास की जगह को छोड़ कर 185 एकड़ भूमि में से 100 एकड़ में आलीशान होटल खोलने और बाकी जमीन पर बंगलों की स्कीम का निर्माण करना तय हुआ था.
इसके लिए काकड़े और धमेंद्र के परिवार आधी- आधी रकम खर्च करने वाले थे. बंगलों को बेचने पर आने वाली रकम का भी 50-50 प्रतिशत दोनों में बांटा जाना था किंतु 18 माह बीत जाने के बाद भी देओल परिवार अब तक रजिस्ट्रेशन करने में कोई रुचि नहीं दिखा रहा है. काकड़े ने आरोप लगाया है कि इतना ही नहीं देओल परिवार ने उन पर राजनीतिक नेताओं के जरिए दबाव डाला. इस मामले में अगली सुनवाई आर.वी. रोटे के कोर्ट में 10 जनवरी को होगी, इस संदर्भ में न्यायालय ने धर्मेंद्र और उनके पूरे परिवार को हाजिर रहने का आदेश दिया है. इस सन्दर्भ में धर्मेंद्र परिवार से संपर्क का प्रयास किया गया , जो हो नहीं सका।